PDF Preview:
PDF Title : | विधवा का पति |
---|---|
Total Page : | 251 Pages |
Author: | Ved Prakash Sharma |
PDF Size : | 1.5 MB |
Language : | Hindi |
Publisher : | vedprakashsharma.in |
PDF Link : | Available |
Summary
Here on this page, we have provided the latest link for Vidhwa Ka Pati – विधवा का पति PDF. Please feel free to it on your computer/mobile. For further reference, you can go to vedprakashsharma.in
Vidhwa Ka Pati – विधवा का पति – Book
हवा में तीर तो तुम चला रहे हो बेटे। जब पुलिस तीर चलाएगी तो होश उड़ जाएंगे बुक ये। चटर्जी बिना सबूत के कोई बात नहीं करता है–यहां आने से पहले ही हम समझ चुके थे कि तुम खुद को सर्वेश साबित करने होने के लिए र कोशिश करोगे और अब तक हम यही देख रहे थे कि अपने मकसद में कामयाब होने के लिए तुम क्या-क्या दांव फेंकते हो, क्या कहानी सुनाते हो?
जो मैं हूं यह साबित करने की भला मुझे जरूरत ही क्या है? मैने एक शब्द भी खुद को सर्वेश साबित करने की मंशा से नहीं कहा है, केवल आपको वह घटना सुनाई, जो मेरे साथ घटी और जिसकी वजह से यह भ्रम पैदा हुआ कि सर्वेश मर चुका है।